ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।। सावन के पहले सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं। शिव ही ब्रह्म, शिव ही शक्ति हैं
Vastu Ke According Floor Plan Aur Elevation Banwaye – Naksha Banwao Ke Saath
सावन के पवित्र महीने के पहले सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं। इस पवित्र दिन पर, हम भगवान शिव की उपासना करते हुए उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् का मंत्र हमें जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य की प्राप्ति का मार्ग दिखाता है।
जब हम अपने घर या किसी अन्य भवन का निर्माण करते हैं, तो वास्तु शास्त्र का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। एक सही वास्तु के अनुसार बनाया गया भवन न केवल हमें शांति और सुख प्रदान करता है, बल्कि हमारे जीवन में समृद्धि और स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम जानेंगे कि वास्तु के अनुसार फ्लोर प्लान और एलेवेशन बनवाना क्यों आवश्यक है और Naksha Banwao के साथ इसे कैसे संभव बनाया जा सकता है।
Vastu Ke Anusaar Floor Plan Aur Elevation Banwana Kyon Zaroori Hai?
- सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह: वास्तु के अनुसार बनाए गए घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे निवासियों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। सही दिशा और स्थिति में बने कमरे और दरवाजे, ऊर्जा के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं, जो हमारे दैनिक जीवन को सकारात्मक बनाते हैं।
- समृद्धि और खुशहाली: एक सही तरीके से बना हुआ फ्लोर प्लान और एलेवेशन आर्थिक समृद्धि और परिवार की खुशहाली को बढ़ाता है। वास्तु के नियमों का पालन करने से धन और समृद्धि का आगमन होता है और परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और सौहार्द बना रहता है।
- शांति और संतुलन: वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करने से घर में शांति और संतुलन बना रहता है, जिससे जीवन में तनाव और विवाद कम होते हैं। सही दिशा और स्थान में बने कमरे और सामान, मानसिक और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देते हैं।
Naksha Banwao Ke Saath Vastu Ke Anusaar Ghar Banwaye
Naksha Banwao आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार फ्लोर प्लान और एलेवेशन बनाने की सेवा प्रदान करता है। हमारे अनुभवी आर्किटेक्ट्स और डिजाइनर्स यह सुनिश्चित करते हैं कि आपके सपनों का घर वास्तु के सभी आवश्यक नियमों का पालन करे।
Vastu Ke Anusaar Floor Plan
फ्लोर प्लान घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह न केवल घर की संरचना को दर्शाता है, बल्कि इसमें हर कमरे की स्थिति और दिशा भी शामिल होती है। वास्तु के अनुसार फ्लोर प्लान में निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखा जाता है:
- मुख्य द्वार: मुख्य द्वार का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसे पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सके। दक्षिण दिशा में मुख्य द्वार रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जो घर में अशांति और समस्याएं ला सकता है।
- रसोई: रसोई का स्थान दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इस दिशा को अग्नि तत्व का स्थान माना जाता है, जो भोजन पकाने के कार्य के लिए उपयुक्त होता है। रसोई को उत्तर-पूर्व दिशा में रखने से स्वास्थ्य समस्याएं और आर्थिक नुकसान हो सकता है।
- बेडरूम: बेडरूम का स्थान दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। यह दिशा स्थिरता और शांति को बढ़ावा देती है, जो अच्छी नींद और मानसिक संतुलन के लिए आवश्यक है। बेडरूम को उत्तर-पूर्व दिशा में रखने से मानसिक तनाव और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- पूजा कक्ष: पूजा कक्ष का स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देती है। पूजा कक्ष को दक्षिण दिशा में रखने से आध्यात्मिक ऊर्जा का ह्रास होता है।
Vastu Ke Anusaar Elevation
एलेवेशन घर की बाहरी सुंदरता को बढ़ाता है और वास्तु के अनुसार सही दिशा और डिजाइन में बना होना चाहिए। यह न केवल घर की आंतरिक सुंदरता को प्रभावित करता है, बल्कि ऊर्जा के प्रवाह को भी नियंत्रित करता है:
- मुख्य द्वार की ऊंचाई: मुख्य द्वार की ऊंचाई घर के अन्य दरवाजों से अधिक होनी चाहिए। यह ऊर्जा के प्रवाह को नियंत्रित करता है और सकारात्मक ऊर्जा को घर के अंदर लाता है।
- खिड़कियां: खिड़कियों की स्थिति और संख्या वास्तु के अनुसार होनी चाहिए ताकि घर में पर्याप्त रोशनी और हवा का प्रवाह हो सके। उत्तर और पूर्व दिशा में खिड़कियां रखना अच्छा माना जाता है।
- बाहरी रंग: रंगों का चयन वास्तु के अनुसार होना चाहिए, जो सकारात्मकता और ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं। हल्के और चमकीले रंग घर की बाहरी सुंदरता को बढ़ाते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाते हैं।
Naksha Banwao Ke Saath Apna Sapna Ka Ghar Banwaye
Naksha Banwao के साथ, आप निश्चिंत रह सकते हैं कि आपका घर वास्तु शास्त्र के सभी नियमों का पालन करेगा। हमारे विशेषज्ञ आपकी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के अनुसार कस्टमाइज्ड फ्लोर प्लान और एलेवेशन डिजाइन करेंगे। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि आपका घर न केवल सुंदर दिखे, बल्कि वास्तु के अनुसार सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि को भी बढ़ावा दे।
संक्षेप में:
- वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन: सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि, और स्वास्थ्य के लिए।
- कस्टमाइज्ड डिजाइन: आपकी आवश्यकताओं के अनुसार।
- अनुभवी टीम: अनुभवी आर्किटेक्ट्स और डिजाइनर्स की टीम।
सावन के पवित्र महीने में, भगवान शिव का आशीर्वाद लेते हुए, अपने घर का निर्माण वास्तु शास्त्र के अनुसार करें। Naksha Banwao के साथ जुड़ें और अपने सपनों का घर बनवाएं, जो वास्तु के सभी नियमों का पालन करता हो।
सावन के पहले सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं। शिव ही ब्रह्म, शिव ही शक्ति हैं।
Vastu Shastra Ke Anusaar Floor Plan Aur Elevation Banwaye – Naksha Banwao Ke Saath
Vastu Shastra Kya Hai?
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, जो भवन निर्माण के नियमों और सिद्धांतों को दर्शाता है। यह विज्ञान न केवल भवन की संरचना और डिजाइन को प्रभावित करता है, बल्कि इसमें ऊर्जा के प्रवाह और उसके प्रभाव को भी महत्व दिया गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार निर्मित भवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जो निवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति को बढ़ावा देता है।
Vastu
Vastu Shastra: A Pathway to Harmony and Prosperity
Vastu Shastra is an ancient Indian science that guides the principles of building design and construction. By adhering to the principles of Vastu, one can harness the natural energies to create a harmonious and prosperous living environment. Here are some key aspects of Vastu Shastra and how Naksha Banwao implements these principles in their designs:
Understanding Vastu Shastra
Vastu Shastra is based on the concept of balancing the five elements (earth, water, fire, air, and space) to enhance the flow of positive energy in a building. Each direction is associated with specific elements and deities, influencing various aspects of life. For instance:
- East (Agni): Represents health and vitality. Ideal for kitchens and dining areas.
- West (Vayu): Represents creativity and prosperity. Suitable for children’s rooms and study areas.
- North (Kubera): Represents wealth and prosperity. Best for entrances and living rooms.
- South (Yama): Represents strength and stability. Suitable for bedrooms and storage
Vastu Ke Anusaar Floor Plan
फ्लोर प्लान वास्तु शास्त्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह भवन की संरचना और डिजाइन को निर्धारित करता है और इसमें प्रत्येक कमरे की स्थिति और दिशा का ध्यान रखा जाता है। एक सही वास्तु के अनुसार फ्लोर प्लान निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखता है:
- मुख्य द्वार: मुख्य द्वार का स्थान पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सके। यह द्वार घर के अंदर ऊर्जा के प्रवाह को नियंत्रित करता है और समृद्धि को बढ़ावा देता है।
- रसोई: रसोई का स्थान दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह दिशा अग्नि तत्व का स्थान मानी जाती है, जो भोजन पकाने के कार्य के लिए उपयुक्त होती है।
- बेडरूम: बेडरूम का स्थान दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। यह दिशा स्थिरता और शांति को बढ़ावा देती है, जो अच्छी नींद और मानसिक संतुलन के लिए आवश्यक है।
- पूजा कक्ष: पूजा कक्ष का स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिकता
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